Pastor Bajinder पादरी बजिंदर सिंह को उम्रकैद: दुष्कर्म मामले में मोहाली कोर्ट का बड़ा फैसला, पीड़िता को मिला न्याय
पंजाब के मोहाली जिले में जीरकपुर की एक महिला से दुष्कर्म के मामले में Pastor Bajinder सिंह को मोहाली कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। फैसला सुनते ही पीड़िता बेहोश हो गई, लेकिन होश में आने के बाद उसने इसे न्याय की जीत बताया। कोर्ट ने इस मामले में सात आरोपियों में से पांच को बरी कर दिया, जबकि एक आरोपी सुच्चा सिंह की सुनवाई के दौरान मौत हो चुकी है।
Pastor Bajinder क्या है पूरा मामला?
Pastor Bajinder Singh, जो एक आध्यात्मिक नेता के तौर पर लोकप्रिय थे और अनुयायियों द्वारा ‘पापा जी’ कहलाते थे, पर जीरकपुर की महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पुलिस ने उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था, जब वह बर्मिंघम (इंग्लैंड) के एक सेमिनार के लिए फ्लाइट लेने पहुंचे थे। इसके बाद कोर्ट ने सोमवार को उनकी पेशी के बाद फैसला सुरक्षित रखा था, जिसे आज सुनाया गया। अब वह पटियाला जेल में सजा काट रहे हैं।

पीड़िता और वकील का बयान
पीड़िता के वकील अनिल सागर ने कहा, “ऐसे प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा अपराध बेहद गंभीर है। आजीवन सजा से हम संतुष्ट हैं, वह अब जेल से बाहर नहीं आएगा।” वहीं, पीड़िता ने कहा, “यह फैसला मेरी ही नहीं, बल्कि कई पीड़ितों की जीत है। कोर्ट ने मिसाल कायम की है।” उसने यह भी आरोप लगाया कि Postor Bajinder ‘साइको’ है और जेल से बाहर आने पर फिर अपराध कर सकता है। उसने डीजीपी पंजाब से अपने और पति की सुरक्षा की मांग की, यह कहते हुए कि भविष्य में उन पर हमले या झूठे केस का खतरा है।
वायरल वीडियो ने बढ़ाया विवाद
Postor Bajinder पादरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह एक महिला को थप्पड़ मारते और कॉपी फेंकते नजर आए। यह महिला उनके पास काम करती थी। वीडियो 14 फरवरी का था, जो 16 मार्च को चर्चा में आया और मामले को सुर्खियों में लाया।
Pastor Bajinder पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
Postor Bajinder सिंह इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। उनकी गिरफ्तारी और कोर्ट के इस सख्त फैसले ने उनके अनुयायियों को झटका दिया है। पीड़िता का कहना है कि यह सजा न सिर्फ उसे, बल्कि बजिंदर के प्रभाव से प्रभावित कई लोगों को आजादी दिलाएगी।
आगे क्या?
पीड़िता ने सुरक्षा की मांग के साथ यह भी कहा कि उनके परिवार पर पहले भी झूठे केस दर्ज हो चुके हैं। अब सभी की नजर इस बात पर है कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाती है। इस फैसले ने समाज में महिलाओं के लिए न्याय की उम्मीद को मजबूत किया है।
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पादरी बजिंदर सिंह कौन हैं?
पादरी बजिंदर सिंह एक स्वयंभू ईसाई धर्म प्रचारक हैं, जो पंजाब के जालंधर में ‘चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विज्डम’ के संस्थापक हैं। हरियाणा के यमुनानगर जिले में एक हिंदू जाट परिवार में जन्मे बजिंदर की उम्र 42 साल है। उनका दावा है कि उनके पास चमत्कारी शक्तियाँ हैं, जैसे बीमारियों को ठीक करना और मृतकों को जीवित करना। उनके यूट्यूब चैनल पर 37 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं, और उनके प्रवचनों में “येशु-येशु” जैसे गीत खूब लोकप्रिय हैं। लेकिन उनकी जिंदगी विवादों से भरी रही है।
विवादों से पुराना नाता
बजिंदर सिंह का नाम पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब वह करीब 15 साल पहले एक हत्या के मामले में जेल गए। जेल में रहते हुए उन्होंने ईसाई धर्म अपनाया। बाहर आने के बाद, उन्होंने पंजाब में बड़े पैमाने पर धार्मिक सभाएँ शुरू कीं, जिनमें चमत्कारों के दावे और कथित तौर पर धर्मांतरण का खेल शामिल था। 2018 में जीरकपुर की एक महिला ने उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। महिला का कहना था कि बजिंदर ने विदेश ले जाने का लालच देकर उसके साथ बलात्कार किया और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। इस मामले में उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया, जब वह लंदन भागने की कोशिश कर रहे थे।
मोहाली कोर्ट का ताजा फैसला
31 मार्च 2025 को मोहाली की जिला अदालत ने 2018 के उसी दुष्कर्म मामले में बजिंदर सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 323 (चोट पहुँचाना), और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दोषी ठहराया। इस केस में सात आरोपियों में से पांच को बरी कर दिया गया, जबकि एक की सुनवाई के दौरान मृत्यु हो गई। फैसले के बाद उन्हें पटियाला जेल भेज दिया गया। पीड़िता ने इसे अपनी और अन्य पीड़ित महिलाओं की जीत बताया।
अन्य आरोप और वायरल वीडियो
2025 में ही कपूरथला की एक 22 साल की युवती ने बजिंदर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसकी जाँच के लिए विशेष टीम गठित की गई। इसके अलावा, एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह अपने कार्यालय में एक महिला को थप्पड़ मारते और किताब फेंकते नजर आए। यह महिला उनके चर्च में काम करती थी। इस घटना ने उनके चमत्कारी दावों पर सवाल उठाए और लोगों में गुस्सा भड़काया।
धर्मांतरण और अंधविश्वास के दावे
बजिंदर पर आरोप है कि वह चमत्कारों की आड़ में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। उनके कार्यक्रमों में बॉलीवुड हस्तियाँ भी शिरकत करती थीं, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी। लेकिन कई लोग मानते हैं कि यह सब भोले-भाले लोगों को ठगने और अंधविश्वास फैलाने का जरिया था। 2023 में इनकम टैक्स विभाग ने उनके ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।
अब क्या?
बजिंदर सिंह की सजा ने उनके अनुयायियों को सकते में डाल दिया है। पीड़िता ने पंजाब पुलिस से सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि उन्हें अपने और परिवार पर हमले का डर है। यह मामला समाज में धार्मिक प्रभाव का दुरुपयोग रोकने और महिलाओं के लिए न्याय की राह मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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