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क्या वाकई 56,000 रुपये सस्ता होगा सोना? जानिए कब तक आएगा ये भाव और क्या हैं इसके पीछे के कारण

By BharatBaat.CoM

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Gold News Today

Gold News Today सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलते रहते हैं, और वर्तमान में यह बाजार एक ऐसे मोड़ पर है जहाँ सोने के भाव गिरने की संभावना जताई जा रही है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोने की कीमत 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती है। यदि यह सच साबित होता है, तो यह भारत में सोने की कीमतों के लिए एक बड़ा बदलाव होगा। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों सोने की कीमतों में इतनी बड़ी गिरावट आ सकती है और इसके पीछे क्या कारण हैं।

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1. क्या वाकई सोना 56,000 रुपये तक सस्ता हो सकता है? Gold News Today

अमेरिका स्थित Morningstar के एक एनालिस्ट जॉन मिल्स ने इस संभावना को जताया है कि सोने की कीमतों में 38% तक की गिरावट आ सकती है। यदि यह अनुमान सही साबित होता है, तो भारत में सोने का भाव 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुँच सकता है। फिलहाल, भारत में सोने की कीमत लगभग 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है, जो एक उच्चतम स्तर पर है।

इस बदलाव को लेकर कुछ अहम कारणों का भी उल्लेख किया गया है, जिनके आधार पर यह गिरावट हो सकती है। आइए इन कारणों पर विस्तार से बात करें।

2. सोने की कीमतों में गिरावट के कारण Gold News Today

सप्लाई में बढ़ोतरी:

Gold News Today सोने की कीमतों में गिरावट का एक प्रमुख कारण सप्लाई बढ़ने को माना जा रहा है। 2024 की दूसरी तिमाही में खनन लाभ 950 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच चुका है, और वैश्विक भंडार में भी 9% की वृद्धि देखी गई है। वर्तमान में, कुल सोने का भंडार 2,16,265 टन तक पहुँच चुका है, जो सप्लाई बढ़ने का स्पष्ट संकेत है। जब किसी वस्तु की सप्लाई बढ़ जाती है, तो सामान्यत: उसकी कीमतें घटने लगती हैं, और सोने के मामले में भी यही हो सकता है।

डिमांड में कमी:

Gold News Today दूसरी ओर, सोने की डिमांड में कमी देखने को मिल रही है। विश्व भर के सेंट्रल बैंक अब सोने के अधिग्रहण की गति धीमी करने की योजना बना रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, 71% केंद्रीय बैंक अपने सोने के भंडार को कम करने या यथास्थिति बनाए रखने की योजना बना रहे हैं। इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ेगा, क्योंकि जब डिमांड में कमी आती है, तो कीमतें गिरने लगती हैं।

गोल्ड प्राइस चरम स्तर पर:

2024 में सोने के बाजार में मर्जर और अधिग्रहण में 32% की वृद्धि हुई है, जो यह दर्शाता है कि सोने के बाजार में अब अधिक लेन-देन और गतिविधियाँ हो रही हैं। इससे सोने की कीमतें अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुकी हैं। इस अत्यधिक मांग और लेन-देन की वजह से सोने के दामों में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन यही स्थिति कब तक रहेगी, यह सवाल अब उठने लगा है।

3. सोने की कीमतों का भविष्य: Gold News Today

जहाँ कुछ विश्लेषक सोने की कीमतों में गिरावट की भविष्यवाणी कर रहे हैं, वहीं कुछ प्रमुख फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन जैसे बैंक ऑफ अमेरिका का मानना है कि आने वाले दो वर्षों में सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकती है। वहीं, गोल्डमैन सेक्स ने भविष्यवाणी की है कि इस साल के अंत तक सोने की कीमत 3,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुँचने की संभावना है।

इन भविष्यवाणियों के अनुसार, भारतीय बाजार में सोने की कीमतें एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुँच सकती हैं, जो कि मौजूदा समय में सोने की कीमत से कहीं अधिक होगी। हालांकि, इन दोनों विश्लेषणों के बीच बहुत अंतर है, और यह भविष्य की दिशा पर निर्भर करेगा कि सोने की कीमतों में वास्तविक गिरावट आती है या फिर वे और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं।

4. क्या हो सकता है भारत में सोने की कीमतों पर असर? Gold News Today

भारत में सोने का कारोबार बहुत ही बड़ा है और यहाँ की कीमतें वैश्विक परिस्थितियों से सीधे प्रभावित होती हैं। यदि सोने की कीमतों में गिरावट आती है, तो यह भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन सोने के बाजार से जुड़ी हुई कई आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियाँ इसे प्रभावित कर सकती हैं।

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